सामाजिक समरसता को लेकर नादिया में रामकथा 24 से, कथावाचक कमलेश भाई शास्त्री के मुखारविंद से मिलेगा कथा का लाभ
Dungarpurसागवाड़ा | सामाजिक समरसता को लेकर भगवान रघुनाथजी की भूमि नादिया में 24 दिसम्बर से कथावाचक कमलेश भाई शास्त्री रामकथा करेंगे। कथा को लेकर तैयारिया पूरी कर ली गई है। कथा 1 जनवरी तक रोजाना सुबह 10.30 से दोपहर 2.30 बजे तक नादिया के विद्यालय खेल मैदान में होगी।
कथा आयोजक शिवराम पाटीदार ने बताया कि कथा के बाद रोजाना प्रसाद की व्यवस्था भी रहेगी। कथावाचक कमलेश भाई शास्त्री शनिवार शाम को नादिया पहुँचे जहां उनका स्वागत किया गया। कमलेश भाई शास्त्री ने कहा कि वागड़ आध्यात्मिक जगत का क्षेत्र है। वर्तमान परिस्थितियों में क्षेत्र में सामाजिक समरसता की आवश्यकता है। इसमें रामकथा बेहतर माध्यम है। रामकथा के माध्यम से हर व्यक्ति तक पहुंच कर समरसता कायम करना मेरी कथा का मुख्य उद्देश्य रहा है। वागड़ की परम्पराओं और संस्कृति को जीवंत बनाए रखने की के लिये काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लंबे समय बाद अयोध्या में भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है। उस समय और दिन को हम भव्य और दिव्य बनाये। आपस में सद्भाव कैसे बना रहे इसकी कोशिश हम सबको करनी होगी। इसके लिये क्षेत्र में काम करना होगा। राजपीठ और धर्मपीठ को इसके लिये आगे आने की आवश्यकता है।